what is TDS in hindi टीडीएस क्या है हिंदी में 2023

Hello दोस्तो आज हम एक ऐसे Beneficial Topic पर बात करने वाले हैं जो आज के समय में हर किसी के लाइफ में रहती है चाहे वो Employ हो या फिर की बिजनेसमैन और वो Topic है what is TDS in hindi TDS क्या होता है

अगर आप भी किसी Compny में काम करते हैं और आपका भी TDS कटता हैं और आप जानना चाहते हैं कि What is TDS in hindi (TDS क्या होता है ) तो ये पोस्ट आपके लिए बेहतर साबित हो सकता है

मुझे उम्मीद है आप इस ब्लॉग पोस्ट को पढ़ने के बाद आपको समझ आ जाएगा कि What is TDS ( TDS क्या होता है) बस आपसे एक Request है कि आप इस ब्लॉग पोस्ट को पूरा ध्यान से पढ़े तो चलिए इस Intresting journey को शुरु करते हैं what is TDS in hindi

1 TDS full form in Hindi ( टीडीएस का फुल फॉक्म )

टीडीएस का फुल फॉर्म होता है Tax Deducted at Source. ( टैक्स डिडक्टेड एट सोर्स।) जैसा कि tds full form से पता चलता है कि ये Tax deduction है जो आपकी income पर लगता है या income Source पर लगता है। यानी आमदनी के सोर्स पर ही टैक्स कट जाना। आइए जानते हैं waht is TDS ( TDS क्या होता है ) TDS और कितने तरह के TDS होते हैं। साथ ही TDS का रेट क्या है? TDS रिटर्न के लिए कैसे ऑनलाइन फाइल कर सकते हैं? इन सारे सवालों के जवाब।

2 What is TDS in hindi ( TDS क्या होता है ) ?

TDS टैक्स की एक amount होती है जो आपके employer द्वारा काटी जाती है और उनके जगह पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को इस amount का payment किया जाता है। TDS रेट हर इंसान के लिए अलग अलग होता है। इसे तय करने के लिए अलग अलग फैक्टर्स को ध्यान में रखा जाता है जैसे payment कर्ता की उम्र और उसकी कमाई कितनी हो रही है। आइए आज के आर्टिकल से जानते हैं टीडीएस यानी कि Tax Deducted at Source ( टैक्स डिडक्टेड एट सोर्स ) के बारे में।

what is TDS in hindi

3 What is TDS in hindi

TDS या फिर टैक्स डिडक्टेड एट सोर्स तब काटा जाता है जब एक पेमेंट जैसे सैलरी, कमीशन, रेंट, इंटरेस्ट, प्रोफेशनल फीस Etc , भरी जाती है। जो इंसान यह पेमेंट करता है वह टैक्स एट सोर्स को घटाता है। जो व्यक्ति यह पेमेंट लेता है, उसकी टैक्स भरने की जिम्मेदारी होती है। यह टैक्स इवेशन को कम करता है क्योंकि टैक्स पेमेंट के समय पर ही जमा किया जाता है।

जैसे – एक employer द्धारा एम्प्लोयी को सैलरी का पेमेंट करने से पहले सैलरी अमाउंट पर टैक्स काटना होगा और टैक्स काटने के बाद बाकी बचे बैलेंस सैलरी का पेमेंट एम्प्लोयी को करना होता है।

टैक्स काटने के बाद TDS अमाउंट को एम्प्लायर द्धारा सरकार के अकॉउंट में जमा करवाना होता है और इसे जमा करवाने के बाद एम्प्लायर को सरकार को टीडीएस स्टेटमेंट भी जमा करवाना होता है। .

इस TDS स्टेटमेंट में employer को काटे गए टैक्स और सरकार के अकॉउंट में जमा करवाए गए टीडीएस की जानकारी देनी होती है।

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4 TDS कैसे कटता है ?

कोई भी institute (जो टीडीएस के दायरे में आता है) जो payment कर रहा है, वह एक Fixed amount टीडीएस के रूप में काटता है। जिससे टैक्स लिया गया है उसे भी टीडीएस कटने का सर्टिफिकेट जरूर लेना चाहिए। डिडक्टी अपने चुकाए गए टैक्स का टीडीएस क्लेम कर सकता है। हालांकि उसी फाइनैंशल इयर में क्लेम करना पड़ेगा।

5 TDS rate on salary

sallary पर टीडीएस की दरें इंसान पर लागू टैक्स स्लैब दरों के समान हैं | आगर आपकी आयु 60 वर्ष से कम है, तो आपकी टीडीएस 0 होगी, अगर आपकी आय 2.5 लाख रुपये से कम है | 2.5 लाख से 5 लाख रुपये के बीच कमाने वाले व्यक्ति 5% पर TDS के अधीन होंगे, 5 लाख से 10 लाख रुपये के बीच कमाने वाले व्यक्ति 20% पर TDS के अधीन होंगे, 10 लाख से अधिक कमाने वाले व्यक्ति 30% पर TDS के अधीन होंगे |

6 TDS क्यों कटता ?

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मुझे उम्मीद है कि अब तक आप समझ चुके होंगे की TDS क्या होता है, इसके बाद आपके मन में यह सवाल होगा कि TDS क्यों काटा जाता है? आगर हम आसान भासा में इसका जवाब देना चाहेंगे तो हम कह सकते हैं कि TDS देश चलाने के लिए काटा जाता है।…

हम जानते हैं की भारत की जनसंख्या करीबन सवा सौ करोड़ के लगभग हैं देश में सरकार द्वारा सभी के लिए अनेक सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। तो उन सुविधाओं को शुरु करने के लिए amount की जरूरत होती है, वो amount हम और आप से टीडीएस के रूप में जमा किया जाता है

टीडीएस के रूप में सरकार के पास जमा होगा पैसा सरकार जनता को अनेक सुविधा प्रदान करने के रूप में वापस लौटा देती है, और आपके द्वारा भरा गया टैक्स सरकार देश के विकास के लिए खर्च करके आपको बेहतर सुविधाएं देती हैं।…

7 TDS कहाँ कहाँ लागु होता है ?

टीडीएस एक तरह का टैक्स है जो आपकी इनकम पर लागु होता है मान लेते है की आप कौन बनेगा करोड़ पति ( KBC) खेलने जाते है वह आप 1 करोड़ जीत जाते है तो जब ये रकम आपको दी जाएगी तो सरकार आपको tds काट कर बाकि की रकम आपके अकाउंट में जमा हो जाएगी। और कहाँ कहां लागु होता है चलिए जानते हैं इसके बारे में

  • Sallary
  • Lottery
  • Bank Interest
  • Comission Payment
  • रेंट पर की गई पेमेंट
  • कंपनी के डायरेक्टर को दी जाने वाली सैलरी

8 Tax Collection के प्रकार

अब तक हमने जाना की Tds ka full form के इस आर्टिकल में आप ऊपर जान चुके हो tds क्या होता है । अब जानेंगे कि TDS कितने प्रकार के होते हैं

  • TDS Tax
  • TcsTax
  • Advance Tax
  • Self Assessment tax

1 TDS – Tax Dedicated Source

TDs कर की वह amount है जो deductibility के द्वारा taxpayers से काटी जाती है , फिर deductibility उसको Income tax department के सरकारी खाते में जमा कराते है। टीडीएस दरें अलग अलग इंसानों के लिए विभिन्न आयु और Income के अनुसार लगाई जाती है

2 TCS – tax Collected at Source

TCS वह कर है जो Seller पर देय होता है लेकिन इसे खरीदार से collected किया जाता है।Income tax act section 206C में Specified सामानों की List दी गयी है।

3 Advance tax

ये वह टैक्स है जोIncome के अलावा भी और इनकम Source पे लगता है जैसे – किराया , शेयर से फायदा , जमा ,लाटरी जीत, Etc पर लागू होता है। इसका Payment ऑनलाइन या बैंक के ज़रिए से होता है।

4 Self Assessment Tax

व्यक्तियों को दुसरे Source से आने वाली इनकम पर Self Assessment tax (SAT) का payment करना होता है ।भुगतान के लिए कोई तारीख नही तय है इसका payment कुछ simple step के द्वरा ऑनलाइन किया जाता है। इसकी गणना साधारण तरीके से होती है।

Note: मुझे उम्मीद है कि आप समझ गए होंगे कि What is TDS in hindi ( टीडीएस क्या है) अगर आपको मेरी इस ब्लॉग पोस्ट से कोई भी जानकारी अच्छी तरह हो तो अपने दोस्तो के साथ शेयर करें और मुझे comemt करे Thank you ❤️ https://youtube.com/@mdtauqeersir

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